कोरोना को लेकर अफवाह

ब्रिटेन में कोरोना संक्रमण रोकने में लगे अफसरों को एक नई मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोग संक्रमण फैलने के लिए 5 जी कनेक्टिविटी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। कुछ लोग मोबाइल इंजीनियर को धमकी दे रहे हैं और 5 जी टॉवर जला रहे हैं। उधर, जानकारों का कहना है कि इस तकनीक का संक्रमण से कोई संबंध नहीं है और न वैज्ञानिक आधार है। 


कैबिनेट मंत्री माइकल गोव ने इन बातों का खंडन किया है। उन्होंने इसे मूर्खतापूर्ण और खतरनाक बताया है। मोबाइल कनेक्टिविटी की अहम सुविधाओं को नुकसान पहुंचाने से अब यहां के कम्युनिकेशन नेटवर्क पर खतरा पैदा हो रहा है। सोशल मीडिया पर कोरोना को 5 जी को कोरोना से जोड़ने की साजिश की बात कहने वाली पोस्ट्स की भरमार है। तथाकथित कोरोना विशेषज्ञ इस पर अपने लेख के जरिए तर्क दे रहे हैं। इसे देखते हुए अब गूगल कंपनी ने इस मामले में दखल देने का फैसला किया है।


नेशनल हेल्थ सर्विस के डायरेक्टर ने मोबाइल नेटवर्क को जरूरी बताया
ब्रिटेन के नेशनल हेल्थ सर्विस(एनएचएस) के मेडिकल डॉयरेक्टर स्टीफन पोविस ने कहा कि यह पूरी तरह से गलत है। यह एक घटिया तरह की फेक न्यूज है। हकीकत यह है कि मोबाइल फोन नेटवर्क मौजूदा समय में हम सभी के लिए जरूरी है। इसे नुकसान पहुंचाने से स्वास्थ्य सेवाओं पर असर पड़ सकता है।